ये सच है की गुलामी मिली बड़ी नादानियों के बाद
वतन आजाद हुआ है बड़ी कुर्बानियों के बाद
सत्ता मद पक्षपात मोह में जब जब डूबा सिंहासन
सदियों बस न पाया ये चमन उजड़ जाने के बाद
धर्म राजनीति के नक्कारों में टूटा समाज टूटी एका
वो आज भी मिल न पाए हैं बिछड़ जाने बाद -
शहीदी की राह कदम जाने के हैं वापसी के नहीं मिलते
वतन आबाद रहेगा उन निशानियों पर चलने के बाद -
उदय वीर सिंह
वतन आजाद हुआ है बड़ी कुर्बानियों के बाद
सत्ता मद पक्षपात मोह में जब जब डूबा सिंहासन
सदियों बस न पाया ये चमन उजड़ जाने के बाद
धर्म राजनीति के नक्कारों में टूटा समाज टूटी एका
वो आज भी मिल न पाए हैं बिछड़ जाने बाद -
शहीदी की राह कदम जाने के हैं वापसी के नहीं मिलते
वतन आबाद रहेगा उन निशानियों पर चलने के बाद -
उदय वीर सिंह
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