कोई ढल गया गीतों में
कोई बह गया गीतों में -
जींद दे अफ़साने सारे
कोई कह गया गीतों में -
कुछ ने पायी राहें अपनी
कोई खो गया गीतों में -
कोई ख़ुशीयां के आँगन मेँ
कोई रो गया गीतों में -
तन्हाँ कितना सूना सूना
कोई हो गया गीतों में -
जागा कोई रात उदासी
कोई सो गया गीतों में -
प्रीत की शीतल पवन
कोई जल गया गीतों में-
साजों की बन्दिशनवाजी
कोई मिल गया गीतों में -
उदय वीर सिंह
कोई बह गया गीतों में -
जींद दे अफ़साने सारे
कोई कह गया गीतों में -
कुछ ने पायी राहें अपनी
कोई खो गया गीतों में -
कोई ख़ुशीयां के आँगन मेँ
कोई रो गया गीतों में -
तन्हाँ कितना सूना सूना
कोई हो गया गीतों में -
जागा कोई रात उदासी
कोई सो गया गीतों में -
प्रीत की शीतल पवन
कोई जल गया गीतों में-
साजों की बन्दिशनवाजी
कोई मिल गया गीतों में -
उदय वीर सिंह
1 टिप्पणी:
बेहतरीन प्रस्तुति
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